...जहां भगवान की तरह पूजते है गांधी को
दुनियाभर को अहिंसा का पाठ पढ़ाने वाले राष्ट्रपिता को संबलपुर जिले के एक छोटे से गांव में भगवान के रूप में पूजा जाता है। भत्रा (भटारा) गांव में स्थित यह मंदिर सभी धर्मों और जातियों के लोगों के लिए आकर्षण...
View Articleसमस्त मनोकामना पूर्ण करता है भीमेश्वर ज्योतिर्लिंग...
पुणे से लगभग 100 किलोमीटर दूर सह्याद्री की पहाड़ी पर श्री भीमेश्वर ज्योतिर्लिंग स्थापित है। इसे भीमाशंकर भी कहते हैं। इस ज्योतिर्लिंग की स्थापना के विषय में शिवपुराण में यह कथा वर्णित है कि- प्राचीन...
View Articleहिन्दुओं के प्राचीन 111 मंदिरों की लिस्ट
अखंड भारत की चारों दिशाओं में स्थित प्राचीन व भव्य 111 मंदिरों की लिस्ट। यदि आप आध्यात्मिक अनुभव लेना चाहते हैं तो यहां जरूर जाएं।
View Articleपाकिस्तान की मां हिंगलाज देवी, मुस्लिम भी देते हैं सम्मान
आपको जानकर आश्चर्य नहीं होना चाहिए कि पाकिस्तान में भी पूजी जाती हैं देवी मां, पाकिस्तान के बलूचिस्तान राज्य में स्थित मां हिंगलाज मंदिर में हिंगलाज शक्तिपीठ की प्रतिरूप देवी की प्राचीन दर्शनीय प्रतिमा...
View Articleजगन्नाथ मंदिर के 10 चमत्कार
माना जाता है कि भगवान विष्णु जब चारों धामों पर बसे अपने धामों की यात्रा पर जाते हैं तो हिमालय की ऊंची चोटियों पर बने अपने धाम बद्रीनाथ में स्नान करते हैं। पश्चिम में गुजरात के द्वारिका में वस्त्र पहनते...
View Articleलुप्त हो जाएंगे बद्रीनाथ और केदारनाथ (भविष्यवाणी)
भविष्य में गंगा नदी पुन: स्वर्ग चली जाएगी फिर गंगा किनारे बसे तीर्थ स्थलों का कोई महत्व नहीं रहेगा। वह नाममात्र के तीर्थ स्थल होंगे। केदारनाथ को जहां भगवान शंकर का आराम करने का स्थान माना गया है वहीं...
View Article51 सिद्ध क्षेत्र, जानिए कौन से...
पुराणों में जिस तरह 51 शक्तिपीठों का वर्णन मिलता है उसी तरह 51 सिद्ध क्षेत्रों की महिमा का भी विस्तार से वर्णन है। यहां प्रस्तुत है 51 सिद्ध क्षेत्रों के नाम...
View Articleबद्रीनाथ धाम को जानें
हिन्दुओं के चार धामों में से एक ब्रद्रीनाथ धाम भगवान विष्णु का निवास स्थल है। यह भारत के उत्तरांचल राज्य में अलकनंदा नदी के बाएं तट पर नर और नारायण नामक दो पर्वत श्रेणियों के बीच स्थित है। गंगा नदी की...
View Articleइंदौर का प्राचीन नृसिंह मंदिर, पढ़ें पौराणिक जानकारी
इंदौर के नृसिंह मंदिर की स्थापना के बारे में किंवदंती है कि इसका निर्माण यशवंतराव होलकर चतुर्थ (एकाक्षी) ने तब करवाया था, जब एक बार वे महेश्वर के जंगलों में शिकार करने के लिए गए थे। जब कोई शिकार नहीं...
View Articleतंत्र साधना का शक्तिपीठ कामाख्या मंदिर गुवाहाटी (फोटो)
कामाख्या देवी शक्तिपीठ को 51 शक्तिपीठों में से एक माना जाता है। यह शक्तिपीठ तंत्र साधना के लिए प्रसिद्ध है। हिन्दू धर्म के पुराणों के अनुसार जहां-जहां सती के अंग और धारण किए वस्त्र या आभूषण गिरे, वे...
View Articleमुक्ति और भक्ति प्रदान करने वाली काशी (फोटो)
काशी को भगवान विश्वनाथ की नगरी कहा जाता है। काशी भक्ति और मुक्ति प्रदान करती है। काशी को वाराणसी के नाम से भी जाना जाता है। काशी विश्वनाथ मंदिर के साथ ही घाटों के लिए भी जाना जाता है। यहां गंगा के...
View Articleकैलाश मानसरोवर : विश्व प्रसिद्ध अद्भुत यात्रा...
कैलाश मानसरोवर दुनिया की सबसे दुर्गम और सुंदर और अद्भुत यात्रा है। कैलाश मानसरोवर वही पवित्र जगह है, जिसे शिव का धाम माना जाता है। पौराणिक कथाओं के अनुसार मानसरोवर के पास स्थित कैलाश पर्वत पर शिव-शंभु...
View Articleजगन्नाथ पुरी मंदिर के आश्चर्यजनक तथ्य
पुरी का जगन्नाथ मंदिर विश्व भर में प्रसिद्ध है। मंदिर का आर्किटेक्ट इतना भव्य है कि दूर-दूर के वास्तु विशेषज्ञ इस पर रिसर्च करने आते हैं। प्रस्तुत है आपके लिए कुछ आश्चर्यजनक चर्चित तथ्य-
View Articleपरशुरामेश्वर महादेव मंदिर
भोले नाथ का जलाभिषेक करने की शुरुआत कब और कहां से हुई कुछ ठीक तरह से कहना मुश्किल है। पर यह जरूर कहा जा सकता है कि भगवान परशुराम पहले कावड़िये थे जिन्होंने गंगा जल से भगवान शिव का जलाभिषेक किया।
View Articleबुड्ढा अमरनाथ दर्शन के बिना अधूरी है अमरनाथ यात्रा
कितनी आश्चर्य की बात है कि बुड्ढा अमरनाथ का मंदिर हिन्दुओं का धार्मिक स्थल होने के बावजूद भी इसके आसपास कोई हिन्दू घर नहीं है और इस मंदिर की देखभाल आसपास रहने वाले मुस्लिम परिवार तथा सीमा सुरक्षाबल के...
View Articleशनिदेव के चमत्कारिक सिद्धपीठ
वैसे जो भारत भर में शनि देव के कई पीठ है किंतु तीन ही प्राचीन और चमत्कारिक पीठ है, जिनका बहुत महत्व है। उक्त तीन पीठ पर जाकर ही पापों की क्षमा माँगी जा सकती है। जनश्रुति है कि उक्त स्थान पर जाकर ही लोग...
View Articleमन्नतें पूरी करता है मनावर का 'मानता गणेश मंदिर'
मध्यप्रदेश के धार जिले की मनावर तहसील के अंतर्गत मनावर से 2 किलोमीटर की दूरी पर टोंकी-मनावर मार्ग पर स्थित कालीकराय स्थान पर मानता गणेश मंदिर है। कहते हैं कि यहां पर जो भी मानता (मन्नतें) ली जाती हैं,...
View Articleमथुरा : भगवान श्रीकृष्ण की नगरी...
श्रीकृष्ण का जन्म मथुरा के कारागार में हुआ था। पिता का नाम वासुदेव और माता का नाम देवकी। दोनों को ही कंस ने कारागार में डाल दिया था। उस काल में मथुरा का राजा कंस था, जो श्रीकृष्ण का मामा था। कंस को...
View Articleहिन्दू-मुस्लिम एकता का प्रतीक कालिका देवी का मंदिर
इटावा। उत्तरप्रदेश में इटावा के महोबा विकासखंड के लखना में कालिका देवी का मंदिर मुगलकाल से ही हिन्दू-मुस्लिम एकता का प्रतीक रहा है जिसका प्रधान सेवक आज भी दलित ही होता है।
View Articleदुनिया का दूसरा सबसे बड़ा शक्तिपीठ मां छिन्नमस्तिका मंदिर
असम के कामाख्या मंदिर के बाद दुनिया के दूसरे सबसे बड़े शक्तिपीठ के रूप में विख्यात है मां छिन्नमस्तिके मंदिर। रजरप्पा का यह सिद्धपीठ केवल एक मंदिर के लिए ही विख्यात नहीं है। छिन्नमस्तिके मंदिर के अलावा...
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